अधिराज :जानवरो का राजा ।
               Adhiraj:the animal king!
वह चांदनी रात थी जब एक लङके का जन्म हुआ उस समय वहा पर कोई व्यक्ति नहीं था । उसका पिता डॉक्टर को बुलाकर लाने गया था ।मगर वहा पर कोई और था एक उल्लेखनीय जो एक चुहा पकड कर खाने ही वाला था पर बच्चे के रोने की आवाज सुनाई देते ही उसने उस चुहे को छोड दिया वह चुहा अपनी जान बचाकर भाग गया ।वही उललु उस रोते बच्चे के पास जाकर बैठ गया और वह उसे देखते रहा वह 2-3बार अपनी भाषा मे चुप हो जा चिल्लाया पर वह बच्चा चुप नही हुआ ।वहा पर एक कुतिया भी थी जिसके 5 पपी बच्चे थे ।उललु को देख कर उसकी तरफ दोङी पर पास जाकर वह भी चुप चाप बैठ गई।बच्चा खुन मे लथपथ रो रहा था इसलिए वह कुत्ती उसे चाटने लगती है बच्चा जो रो रहा था अब वह चुप हो गया है तभी वहा पर पिता जिसका नाम महेंद्र सिंह था वह आ जाता है वह देखता है वहा पर एक बच्चा लेटा है उसके उपर चांद की रोशनी की एक किरण पङी हुइ है बच्चा चुप चाप लेटा हुआ है वहा पर हर तरफ शांति थी ।उसने देखा कि एक उललु और कुत्ती एक साथ बैठै थे अब वह जल्दी से उन्हे भगाने लगा पर उसमे से एक को भी फर्क नही पङा वे थोड़ा दुर होकर बैठ गए महेंद्र सिंह यह देखकर अचंभित था पर उसके पास इस वक्त इससे भी ज्यादा जरुरी काम था ।उसे अपनी पत्नी को बचाना था जब वहा पर डॉक्टर आया तो सबसे पहले डॉक्टर ने नाल काटने के लिए ब्लेड निकाला ब्लेड के निकलते ही कुत्ती गुरराने लगी ।डॉक्टर ने डरते हुए नाल काटी और अब वह बच्चे की मां को होस मे लाने की कोशिश करने लगे और वह
थोड़ी देर बाद होस मे आ गई ।
अब इस बात को बहुत साल बीत गए है और अब बच्चा 12 साल का हो चुका है ।।।वह एक सामान्य किसान का बेटा है उनके पास जमीन बहुत ही कम थी इसलिए महेंद्र सिंह छोटी छोटी नौकरीया करता था ।वे जमीन पर लहसुन की खेती करते थे ।उसकी मा एक घरेलू स्त्री थी जो घर के साथ साथ खेत का भी काम सम्भाल लेती थी ।उनके परिवार मे वे सिर्फ3 ही थे ।महेंद्र सिंह की अपने भाईयो से नहि बनती थी इसलिए वह उनसे दुर ही रहता था पर उनके खेत पास पास ही थे ।वे 2 नंबर से सरकारी नोकरी पर थे ।।
महेंद्र सिंह ने अपने बेटे को फोन कर कहा :बेटा आदि आज मै घर नहि आ सकता तो तुम चिंता मत करना ।उसने यह बात अपनी मां को बता दी । उनके पास 2 भैंस थी इसलिए वे हर दिन चारा लेने खेत मे जाते थे ।जब वह उस दिन खेत मे जाकर कुत्तो को आवाज लगाई तो 8 मे से एक भी नही आया ।तो वहा पर उसके ताऊ ने कहा :वे नही आएगे ।मै उन्हे कट्टे मे बांधकर दुर छोड़कर आया हु ।
आदि कुछ नहि बोली क्योंकि उनकी आपसी बोलचाल नही थी और वह कुत्तो को पहले भी छोड़कर आया था पर वे अगले ही दिन वापस आ गए थे ।अस्ल मे कुत्ते लहसुन की फसल को नुकसान पहुंचाया करते थे वे उसमे चुहे ढूंढने के लिए खड्डे खोदते उसके अंदर खेलते थे ।इसलिए वह उन्हे कही और छोड़कर आता है ।।।To be continued. .......
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Rohit narwal write 5 comments to read full story!
वह चांदनी रात थी जब एक लङके का जन्म हुआ उस समय वहा पर कोई व्यक्ति नहीं था । उसका पिता डॉक्टर को बुलाकर लाने गया था ।मगर वहा पर कोई और था एक उल्लेखनीय जो एक चुहा पकड कर खाने ही वाला था पर बच्चे के रोने की आवाज सुनाई देते ही उसने उस चुहे को छोड दिया वह चुहा अपनी जान बचाकर भाग गया ।वही उललु उस रोते बच्चे के पास जाकर बैठ गया और वह उसे देखते रहा वह 2-3बार अपनी भाषा मे चुप हो जा चिल्लाया पर वह बच्चा चुप नही हुआ ।वहा पर एक कुतिया भी थी जिसके 5 पपी बच्चे थे ।उललु को देख कर उसकी तरफ दोङी पर पास जाकर वह भी चुप चाप बैठ गई।बच्चा खुन मे लथपथ रो रहा था इसलिए वह कुत्ती उसे चाटने लगती है बच्चा जो रो रहा था अब वह चुप हो गया है तभी वहा पर पिता जिसका नाम महेंद्र सिंह था वह आ जाता है वह देखता है वहा पर एक बच्चा लेटा है उसके उपर चांद की रोशनी की एक किरण पङी हुइ है बच्चा चुप चाप लेटा हुआ है वहा पर हर तरफ शांति थी ।उसने देखा कि एक उललु और कुत्ती एक साथ बैठै थे अब वह जल्दी से उन्हे भगाने लगा पर उसमे से एक को भी फर्क नही पङा वे थोड़ा दुर होकर बैठ गए महेंद्र सिंह यह देखकर अचंभित था पर उसके पास इस वक्त इससे भी ज्यादा जरुरी काम था ।उसे अपनी पत्नी को बचाना था जब वहा पर डॉक्टर आया तो सबसे पहले डॉक्टर ने नाल काटने के लिए ब्लेड निकाला ब्लेड के निकलते ही कुत्ती गुरराने लगी ।डॉक्टर ने डरते हुए नाल काटी और अब वह बच्चे की मां को होस मे लाने की कोशिश करने लगे और वह
थोड़ी देर बाद होस मे आ गई ।
अब इस बात को बहुत साल बीत गए है और अब बच्चा 12 साल का हो चुका है ।।।वह एक सामान्य किसान का बेटा है उनके पास जमीन बहुत ही कम थी इसलिए महेंद्र सिंह छोटी छोटी नौकरीया करता था ।वे जमीन पर लहसुन की खेती करते थे ।उसकी मा एक घरेलू स्त्री थी जो घर के साथ साथ खेत का भी काम सम्भाल लेती थी ।उनके परिवार मे वे सिर्फ3 ही थे ।महेंद्र सिंह की अपने भाईयो से नहि बनती थी इसलिए वह उनसे दुर ही रहता था पर उनके खेत पास पास ही थे ।वे 2 नंबर से सरकारी नोकरी पर थे ।।
महेंद्र सिंह ने अपने बेटे को फोन कर कहा :बेटा आदि आज मै घर नहि आ सकता तो तुम चिंता मत करना ।उसने यह बात अपनी मां को बता दी । उनके पास 2 भैंस थी इसलिए वे हर दिन चारा लेने खेत मे जाते थे ।जब वह उस दिन खेत मे जाकर कुत्तो को आवाज लगाई तो 8 मे से एक भी नही आया ।तो वहा पर उसके ताऊ ने कहा :वे नही आएगे ।मै उन्हे कट्टे मे बांधकर दुर छोड़कर आया हु ।
आदि कुछ नहि बोली क्योंकि उनकी आपसी बोलचाल नही थी और वह कुत्तो को पहले भी छोड़कर आया था पर वे अगले ही दिन वापस आ गए थे ।अस्ल मे कुत्ते लहसुन की फसल को नुकसान पहुंचाया करते थे वे उसमे चुहे ढूंढने के लिए खड्डे खोदते उसके अंदर खेलते थे ।इसलिए वह उन्हे कही और छोड़कर आता है ।।।To be continued. .......
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